Saturday, October 1, 2011

कहानी फूल की

क्यों मिली है कुछ पलों को बागवानी फूल की
उम्र   भर  कहते  रहेंगे हम   कहानी फूल की

वो मेरे सीने से लगकर हाले-दिल कहते रहे
फूल  सी बातें सुनी हमने  जुबानी फूल  की

मनचले भवरे चमन  के  पास मंडराने लगे
चुभ रही है आँख में सबके जवानी फूल की

क्या पता किस बात पर वो हँसते-हँसते रो पड़ी
मैं समझ पाया न तबियत की रवानी फूल की


.......................................................अरुन श्री !

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